
बिहार में चुनाव सिर्फ़ राजनीति नहीं—एक फुल-ऑन मेगा फेस्टिवल है। भीड़, रैलियां, धुआंधार बयान, घर-घर बहस और सोशल मीडिया पर फुल झगड़ा… सब होता है। लेकिन इस बार सबसे बड़ी परीक्षा सिर्फ़ नेताओं की नहीं थी—चुनाव आयोग (ECI) की भी थी!
और भाई साहब… ECI ने भी ‘क्लीन स्वीप’ वाली परफॉर्मेंस दे दी।
SIR का बवंडर: विरोधी बोले “गड़बड़ है”, ECI बोला “लिस्ट साफ करनी ही होगी”
जब ECI ने वोटर लिस्ट में SIR (Special Summary Revision) कराया, पूरा विपक्ष एकसाथ बोला— “ये क्या हो रहा है? लाखों नाम हट रहे हैं!”
मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। लेकिन ECI का रुख—“हम तो साफ करेंगे, चाहे जो हो!”
बिहार में लाखों फर्जी और डुप्लीकेट नाम हटे… विवाद भी बढ़ा… लेकिन तैयारी कम नहीं हुई।
6 और 11 नवंबर—243 सीटों की घंटी बजी, ECI का टाइम-टू-शाइन मोड ऑन
दो चरणों में चुनाव — पूरी सुरक्षा, पूरा रिकॉर्ड, पूरा हाईटेक मैनेजमेंट। आज 14 नवंबर को रिजल्ट आया… और साथ ही ECI का रिपोर्ट कार्ड भी पास हुआ—फुल मार्क्स के साथ।
रुझान आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल—दिल्ली से पटना तक ढोल-नगाड़ा
पटना में बीजेपी दफ्तर में जश्न लखनऊ में नगाड़े दिल्ली में मीटिंग और सोशल मीडिया पर फुल स्पीड मीम्स भाई… बिहार चुनाव हो और हलचल न हो—ऐसा कैसे?

NDA की तगड़ी बढ़त—मोदी, नड्डा, शाह सब बोले: जनता ने विश्वास की मुहर लगाई
जेपी नड्डा से लेकर अमित शाह तक… सबका एक ही टोन—“जनता ने विकास पर भरोसा किया” उधर चिराग पासवान—पहली सीट पर जीत…घर में मिठाई खत्म होने लगी।
ECI की वेबसाइट & ऐप—लाइव नतीजे देखने वालों की भीड़
रिजल्ट देखने का तरीका भी हाईटेक: ECI वेबसाइट: results.eci.gov.in “बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम” → क्लिक → सीट/कैंडिडेटवार डिटेल, वोटर हेल्पलाइन ऐप में भी लाइव अपडेट और जनता? किसी के घर में टीवी ऑन, तो किसी के फोन में ECI साइट क्रैश होने की तैयारी!
243 सीटों पर ताज़ा रुझान (ECI डेटा)
- BJP – 95
- JDU – 84
- RJD – 25
- LJP – 19
- Congress – 1
- CP(ML) – 2
यानी… बिहार ने इस बार डबल इंजन को पूरा टैंक भरकर भेज दिया।
ECI की मेहनत + जनता का मूड = बिहार का नए दौर का फैसला
बिहार ने साफ-साफ बता दिया— “चुनाव साफ चाहिए, लिस्ट साफ चाहिए… और रिजल्ट भी फास्ट चाहिए।” और ECI ने ये सब डिलीवर कर दिया।
“Bihar में NDA की सुनामी, पर घर के भीतर ही चल रहा ‘बड़ा भाई युद्ध’!”
